पीरियड्स जल्दी लाने के घरेलू उपाय

December 9, 2025

पीरियड्स जल्दी लाने के घरेलू उपाय: सुरक्षित और असरदार तरीके

पीरियड्स में देरी होना एक आम और प्राकृतिक स्थिति है, जिसे कई महिलाएँ कभी-ना-कभी अनुभव करती हैं। मासिक धर्म चक्र आमतौर पर 21-35 दिनों का होता है, लेकिन तनाव, हार्मोनल असंतुलन, जीवनशैली में बदलाव, बीमारी या पोषण संबंधी कमियाँ इस चक्र को बदल सकती हैं। कुछ महिलाओं के लिए, पीरियड्स का थोड़ा पहले आना ज़रूरी हो जाता है—चाहे अनियमित चक्र को नियंत्रित करना हो, देर से होने वाले रक्तस्राव से होने वाली परेशानी को कम करना हो, या बस यात्रा या किसी कार्यक्रम की योजना बनानी हो।

यह लेखन (पोस्ट) मासिक धर्म जल्दी लाने के आसान घरेलू उपायों की जानकारी देती है, जो पीरियड्स को नियमित रखने में मदद कर सकते हैं। साथ ही पीरियड्स में होने वाली देरी के कारणों को बताते हुए यह जानकारी देता है कि किस स्थिति में डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी होता है।

पीरियड्स में देरी क्यों होती है?

मासिक धर्म में देरी के लिए कोई भी उपाय आजमाने से पहले, उसके मूल कारणों को समझना ज़रूरी है। पीरियड्स देर से आना आमतौर पर किसी न किसी शारीरिक, भावनात्मक या चिकित्सीय कारण से होता है, क्योंकि मासिक चक्र के समय पर कई कारक प्रभाव डाल सकते हैं। ये कुछ सामान्य कारण हैं, जिनकी वजह से पीरियड्स समय पर नहीं आते।

तनाव और भावनात्मक दबाव

जब तनाव बढ़ जाता है, तो शरीर के हार्मोन गड़बड़ा जाते हैं। इससे अंडा निकलने की प्रक्रिया (ओव्यूलेशन) देर से होती है या कभी-कभी रुक भी सकती है। इसी कारण चिंता, भावनात्मक तनाव या मानसिक दबाव की वजह से पीरियड्स देर से आ सकते हैं।

हार्मोन का असर बिगड़ना (हार्मोनल असंतुलन)

पीसीओएस (PCOS), थायरॉइड की समस्या (हाइपोथायरायडिज्म या हाइपरथायरायडिज्म), प्रोलैक्टिन हार्मोन का बढ़ना और प्रीमेनोपॉज़ जैसी स्थितियाँ पीरियड्स के समय को बिगाड़ सकती हैं।

अचानक वज़न में बदलाव और अत्यधिक व्यायाम (वर्कआउट)

तेज़ी से वज़न कम होना, अत्यधिक डाइटिंग या बहुत अत्यधिक वर्कआउट शरीर के एस्ट्रोजन के स्तर को कम कर देते हैं, जिससे मासिक धर्म रुक जाता है या देर से आता है। दूसरी तरफ वजन अचानक से बढ़ जाए तो भी पीरियड्स देरी से हो सकते है | 

गर्भावस्था/स्तनपान का पीरियड्स पर असर

मासिक धर्म न आने का सबसे आम कारण गर्भावस्था होती है। वहीं, स्तनपान कराने पर प्रोलैक्टिन हार्मोन बढ़ जाता है, जिससे अंडा निकलने की प्रक्रिया (ओव्यूलेशन) धीमी हो जाती है और पीरियड्स देर से आ सकते हैं।

ज़रूरी पोषक तत्वों की कमी और पानी की कमी

जब शरीर को जरूरी विटामिन, पोषक तत्वों और पानी की कमी से शरीर सही तरह काम नहीं करता जिससे हार्मोन बिगड़ सकता है और ब्लड फ्लो पर असर पड़ता है। इससे पीरियड्स लेट हो सकते है।

कुछ विशेष मेडिकल स्थितियाँ

 मधुमेह, सीलिएक जैसी लंबे समय तक रहने वाली बीमारियाँ भी पीरियड्स में देरी या अनियमितता का कारण बन सकती हैं।

पीरियड्स जल्दी लाने के आसान और सुरक्षित घरेलू उपाय

यहाँ कुछ ऐसे सुरक्षित और आम घरेलू उपाय बताए गए हैं जो पीरियड्स को जल्दी लाने में मदद कर सकते हैं। इनके काम करने का तरीका और सही घरेलू नुस्खो का उपयोग भी साथ में समझाया गया है :-

1. अदरक और गुड़ का सेवन:

कैसे मदद करते हैं:

अदरक शरीर में गर्मी बढ़ाता है और गर्भाशय को हल्के संकुचन देने में मदद करता है, जिससे पीरियड्स आने की प्रक्रिया तेज़ हो सकती है। गुड़ आयरन बढ़ाता है और हार्मोन संतुलन को सपोर्ट करता है।

कैसे इस्तेमाल करें:

एक कप पानी में थोड़ा अदरक उबालें और छानकर उसमें गुड़ मिलाएँ। इसे रोज़ाना एक बार एक हफ़्ते तक पिएँ।

2. पपीता

कैसे काम करता है:

पपीते में मौजूद कैरोटीन हार्मोनल संतुलन को सपोर्ट करता है, जिससे पीरियड्स का चक्र नियमित हो सकता है।

कैसे इस्तेमाल करें:

रोज़ एक कटोरी पका पपीता खाएँ या दिन में एक बार ताज़ा पपीते का सेवन करे । 

3. हल्दी वाला दूध

कैसे काम करता है:

हल्दी रक्त संचार में सुधार करती है और प्राकृतिक रूप से हार्मोन्स को संतुलित करती है।

कैसे इस्तेमाल करें:

रात को सोते समय गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पिएँ।

4. सौंफ का पानी

कैसे काम करता है:

सौंफ के बीज पाचन में सुधार करते हैं, रक्त प्रवाह को बढ़ाते हैं और हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं।

कैसे इस्तेमाल करें:

1-2 चम्मच सौंफ के बीजों को रात भर एक गिलास पानी में भिगोएँ। सुबह छानकर पिएँ।

5. दालचीनी

कैसे काम करता है:

दालचीनी गर्भाशय में रक्त प्रवाह को बढ़ावा देती है और मासिक धर्म चक्र को नियमित करने में मदद करती है।

कैसे इस्तेमाल करें:

गर्म पानी, हर्बल चाय या दूध में एक चुटकी दालचीनी पाउडर मिलाएँ।

6. हीट थेरेपी इस्तेमाल करें (गर्म पानी से स्नान या हीटिंग पैड)

कैसे काम करता है:

गर्मी पैल्विक रक्त परिसंचरण को बढ़ाती है और पेट की मांसपेशियों को आराम देती है, जिससे आपके मासिक धर्म स्वाभाविक रूप से शुरू होने में मदद मिलती है।

कैसे इस्तेमाल करें:

15-20 मिनट के लिए गर्म पानी से स्नान करें या पेट के निचले हिस्से पर हीटिंग पैड लगाएँ।

7. हल्का व्यायाम और योग करें

कैसे काम करता है:

हल्की गतिविधियाँ तनाव हार्मोन को कम करती हैं और रक्त प्रवाह को बढ़ाती हैं, जिससे चक्र को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।

सुझाए गए योग आसन और उनके फायदे

 

श्रेणी क्या खाएँ उदाहरण
क. आयरन बढ़ाने वाले खाद्य

पालक, मेथी, चना, राजमा, बीटरूट, गुड़

ख. इम्यून और आयरन अवशोषण बढ़ाते हैं संतरा, नींबू, अमरूद, कीवी, अनानास
ग. पोषक तत्वों से भरपूर पालक, सरसों का साग, चौलाई, मेथी, मूली के पत्ते
घ. स्वस्थ फैट व मिनरल्स बादाम, काजू, अखरोट, चिया सीड्स, अलसी, कद्दू के बीज
ङ. फाइबर और ऊर्जा फाइबर और ऊर्जाफाइबर और ऊर्जा

8. पर्याप्त पानी और पौष्टिक आहार का निरंतर सेवन

कैसे मदद करता है:

  • पर्याप्त पानी पीने से शरीर का इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बना रहता है।
  • पोषक आहार हार्मोन बनाने में मदद करते हैं, जिससे पीरियड्स नियमित रखे जा सकते हैं।

पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों की सूची

 

समय / आदत क्या करें
सुबह सौंफ का पानी पिएँ
दोपहर गुड़ मिलाकर अदरक की चाय पिएँ
दैनिक आहार पका हुआ पपीता शामिल करें
रात हल्दी वाला दूध पिएँ
शाम आराम के लिए हीट थेरेपी (गरम पानी की बोतल) इस्तेमाल करें
नज़र रखें अपने लक्षणों और मासिक चक्र पैटर्न को ट्रैक करें

अगर आपके पीरियड्स देर से आते हैं, तो इन चीज़ों से बचें

अगर आपके पीरियड बार-बार देर से आ रहे हैं, तो कुछ ऐसी चीज़ें होती हैं जिनसे बचना जरूरी है—जैसे कुछ खानपान की आदतें और जीवनशैली की आदतें । आइए जानें किन चीज़ों से दूरी बनाना आपके चक्र को नियमित रखने में मदद कर सकता है.

क. अत्यधिक कैफीन और शराब

ख. बहुत ज़्यादा कसरत

  • ओवर-एक्सरसाइज़ शरीर पर तनाव बढ़ाती है और ओव्यूलेशन को प्रभावित कर सकती है।

ग. खाना छोड़ना

  • भोजन छोड़ने से ब्लड शुगर और हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं, जिससे देरी होती है।

घ. नींद की कमी

  • कम नींद तनाव हार्मोन (कोर्टिसोल) बढ़ाती है, जिससे मासिक चक्र बिगड़ सकता है।

ङ. ज़्यादा नमक वाले डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ

  • इनसे सूजन बढ़ती है और शरीर का संतुलन प्रभावित होता है।

च. ज़्यादा चीनी का सेवन

  • अधिक शुगर इंसुलिन और हार्मोन दोनों को गड़बड़ा सकती है, जिससे पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं।

स्वस्थ अच्छी आदतें जो मददगार हो सकती हैं

कुछ हेल्दी आदतें ऐसी होती हैं जो आपके पीरियड को नियमित रखने में सच-मुच मदद कर सकती हैं। आइए जानते हैं कि कौन-सी अच्छी आदतें आपके शरीर के लिए फायदेमंद साबित हो सकती हैं

क. नियमित और पर्याप्त नींद

  • पर्याप्त नींद लेने से तनाव कम होता है।
  • हार्मोनल संतुलन बेहतर रहता है, जिससे पीरियड्स समय पर आने में मदद मिलती है।

ख. मध्यम स्तर का व्यायाम

  • हल्का–फुल्का एक्सरसाइज़ शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है। (जैसा कि ऊपर हमने बताया है)
  • ओवर-एक्सरसाइज़ से बचें; संतुलित व्यायाम मासिक चक्र को सपोर्ट करता है।

ग. संतुलित और पौष्टिक आहार

  • विटामिन, खनिज और प्रोटीन से भरपूर भोजन हार्मोन्स को संतुलित करता है। (जैसा कि ऊपर हमने बताया है)
  • स्वस्थ आहार शरीर को ऊर्जा देता है और पीरियड्स अनियमित होने की संभावना कम करता है।

घ. दैनिक जलयोजन (Hydration)

  • रोज़ पर्याप्त पानी पीने से इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बना रहता है।
  • हाइड्रेशन ब्लड फ्लो और शरीर के प्राकृतिक रिदम को सुधारता है।

ङ. तनाव कम करने की तकनीकें

  • योग, गहरी साँस लेना, मेडिटेशन जैसे अभ्यास मानसिक तनाव कम करते हैं।
  • कम तनाव = बेहतर हार्मोन संतुलन = नियमित पीरियड्स।

घर पर आज़माने के आसान और सुरक्षित तरीके

कुछ तरीके ऐसे होते हैं जिन्हें आप घर पर ही आराम से और सुरक्षित रूप से आज़मा सकते हैं। आइए देखते हैं वे कौन-से सरल उपाय हैं जो बिना किसी जोखिम के मदद कर सकते हैं।

 

समय / आदत क्या करें
सुबह सौंफ का पानी पिएँ
दोपहर गुड़ मिलाकर अदरक की चाय पिएँ
दैनिक आहार पका हुआ पपीता शामिल करें
रात हल्दी वाला दूध पिएँ
शाम आराम के लिए हीट थेरेपी (गरम पानी की बोतल) इस्तेमाल करें
नज़र रखें अपने लक्षणों और मासिक चक्र पैटर्न को ट्रैक करें

यदि एक सप्ताह के भीतर कोई परिवर्तन न हो - या देरी होती रहे - तो अपने स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर (Gynaecologist) से परामर्श करें।

ध्यान देने योग्य बात: कब महिला रोग (गाइनॉकॉलजिस्ट) विशेषज्ञ के पास जाना चाहिए

पीरियड्स थोड़े समय के लिए लेट हों तो घरेलू उपाय मदद कर सकते हैं, लेकिन गंभीर समस्या में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर (Gynaecologist) की जांच ज़रूरी होती है। 

आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए यदि:

  • आपके मासिक धर्म लगातार तीन से ज़्यादा बार नहीं आए हैं
  • आपको तेज़ दर्द, चक्कर आना या असामान्य रूप से भारी रक्तस्राव हो रहा है
  • गर्भावस्था की संभावना है
  • आपको पीसीओएस (PCOS) या थायरॉइड (thyroid) की समस्या हो रही हो 
  • मासिक धर्म में देरी अक्सर होती है

क्लाउडनाइन क्या परामर्श देता है 

अगर आपके पीरियड्स बार-बार देर से आते हैं या आपको चिंता हो रही है, तो डॉक्टर से जाँच कराना ज़रूरी है। क्लाउडनाइन में अनुभवी स्त्री रोग विशेषज्ञ महिलाओं के लिए खास देखभाल प्रदान करते हैं। यहाँ आपको व्यक्तिगत जाँच, सही सलाह और ज़रूरत के अनुसार इलाज मिलता है। हार्मोनल टेस्ट से लेकर मासिक चक्र को नियमित करने की योजनाएँ और सहानुभूतिपूर्ण परामर्श—क्लाउडनाइन यह सुनिश्चित करता है कि आपको समय पर मदद और सुरक्षित, आरामदायक माहौल मिले।

निष्कर्ष

पीरियड्स देर से क्यों आते हैं, यह समझना उन्हें सही तरीके से संभालने का पहला कदम है। हल्के मामलों में घरेलू उपाय मदद कर सकते हैं, लेकिन अगर देरी बार-बार हो या लंबे समय तक बनी रहे, तो डॉक्टर की जाँच ज़रूरी है। अपने शरीर के संकेतों को समझना, स्वस्थ आदतों का पालन करना और समय पर मेडिकल सलाह लेना हार्मोन संतुलन और मासिक धर्म स्वास्थ्य दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। अगर आपके पीरियड्स बार-बार लेट होते हैं, तो बेहतर होगा कि एक स्त्री रोग विशेषज्ञ से सलाह ली जाए।

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Frequently Asked Questions

1. पीरियड्स तुरंत लाने के लिए क्या करना चाहिए?

हीट थेरेपी, अदरक की चाय या हल्का वर्कआउट जैसे प्राकृतिक तरीके आज़माएँ—लेकिन ये तुरंत नहीं, बल्कि धीरे-धीरे असर करते हैं।

2. एक महीने से पीरियड्स न आने पर कौन-कौन से घरेलू उपाय किए जा सकते हैं?

पपीता, अदरक, हल्दी वाला दूध, सौंफ का पानी और दालचीनी जैसे घरेलू उपाय मददगार हो सकते हैं। लेकिन अगर देरी बनी रहती है, तो गर्भावस्था की संभावना को नज़रअंदाज़ न करें और डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।

3. पीरियड्स सही और प्राकृतिक रूप से लाने के लिए आपको क्या खाना चाहिए?

आयरन युक्त खाद्य पदार्थ, विटामिन सी युक्त फल, पत्तेदार सब्जियाँ, मेवे, बीज, पपीता और साबुत अनाज हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं।

4. आप अपने पीरियड्स जल्दी लाने के लिए क्या पी सकती हैं?

अदरक की चाय, हल्दी वाला दूध, गर्म पानी और सौंफ का पानी आमतौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले प्राकृतिक पेय पदार्थ हैं।

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